- यह एक सारगर्भित तथा महत्वपूर्ण दुआ है, क्योंकि इसमें दुनिया और आख़िरत की बुराइयों से अल्लाह की शरण माँगी गई है।
- क़ब्र की यातना का सबूत तथा उसका हक़ होना।
- फ़ितनों की भयावहता और अल्लाह की सहायता माँगने और उनसे मुक्ति की दुआ करने का महत्व।
- दज्जाल के निकलने का सबूत और उसके फ़ितने की भयावहता।
- अंतिम तशह्हुद के बाद इस दुआ को पढ़ना मुसतहब है।
- अच्छे काम के बाद दुआ करना मुसतहब है।