- माहवारी के दिन समाप्त होने के बाद स्त्री पर स्नान वाजिब है।
- इस्तिहाज़ा की शिकार औरत पर स्नान वाजिब है।
- माहवारी : एक प्राकृतिक रक्त, जो एक वयस्क महिला की योनि के माध्यम से गर्भाशय द्वारा छोड़ा जाता है और निर्दिष्ट दिनों में निकलता है।
- इस्तिहाज़ा : गर्भाशय के गढ़े से नहीं, बल्कि उसके उपरी भाग से असामयिक रक्त प्रवाह को कहते हैं।
- माहवारी के रक्त एवं इस्तिहाज़ा के रक्त के बीच अंतर यह है कि माहवारी का रक्त काला, गाढ़ा और बदबूदार होता है, जबकि इस्तिहाज़ा का रक्त लाल, पतला और बदबू से खाली होता है।