- मुसलमान के मान-सम्मान की हानि करने वाली बात करने की मनाही।
- इन्सान को उसी कोटि का प्रतिफल दिया जाता है, जिस कोटि का उसका कर्म होता है। इसलिए जो अपने भाई के मान-सम्मान की रक्षा करेगा, अल्लाह जहन्नम की आग से उसकी रक्षा करेगा।
- इस्लाम भाईचारा और परस्पर सहयोग का धर्म है।